मेरे बाद भी क्या तुम,
हर लम्हा मुझको याद करोगे?
एक बार फिर से,
तुमसे मिलने को बोलूं,
ये कहकर लौटने की,
फरियाद करोगे?
या कोशिश करने लगोगे,
शिद्दत से मुझे भुलाने की,
या जीकर मेरी यादों के संग,
खुद में मुझे जी जाने की,
ये अनोखी शाद रखोगे?
या टूटोगे हर लम्हा तन्हा,
खुद को खुद में खोकर से,
या सहेज के कुछ प्यारे से लम्हें,
खुश हो,मुझे आबाद करोगे?
या आंसुओं से धो दोगे,
तुम मेरी हर एक बात पुरानी,
या आसुओं से कलम सजाकर,
मुझे मुकम्मल किताब करोगे।
बोलो क्या मेरे बाद भी क्या तुम,
हर लम्हा मुझको ही याद करोगे?
#डॉ_मधूलिका_मिश्रा_त्रिपाठी
#ब्रह्मनाद
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